माँ सिद्धिदात्री मंत्र और आरती Lyrics in हिंदी with mp3
माँ दुर्गा का नौवा स्वरुप हैं माँ सिद्धिदात्री। सिद्धिदात्री यानि सिद्धियों को देने वाली। नवरात्री के नौवे दिन माँ सिद्धिदात्री कि पूजा होती है और फिर हवन किया जाता है।इनकी चार भुजाये हैं जिसमे से दो में शस्त्र गदा और चक्र हैं और बाकी दो में शंख और कमल का फूल है। माँ सिद्धिदात्री शक्ति व सिद्धि की देवी हैं जिनकी कृपा से भक्तों के लिए सब कुछ पाना संभव हो जाता है। माँ का वाहन सिंह है और यह कमल के फूल पर भी स्थित होती हैं।
माँ सिद्धिदात्री मंत्र -
सिद्धगन्धर्वयक्षाद्यैरसुरैरमरैरपि, सेव्यमाना सदा भूयात् सिद्धिदा सिद्धिदायिनी।
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माँ सिद्धिदात्री की आरती lyrics
जय सिद्धिदात्री ॐ जय सिद्धिदात्री,
सर्व सुखों की जननी रिद्धि सिद्धिदात्री।
ॐ जय सिद्धिदात्री।
अणिमा गरिमा लघिमा सिद्धि तिहारे हाथ,
तू अविचल महामाई त्रिलोकी की नाथ।
ॐ जय सिद्धिदात्री।
शुम्भ निशुम्भ विडारे जग है प्रसिद्ध गाथा,
सहस्त्र भुजा तनु धरके चक्र लियो हाथा।
ॐ जय सिद्धिदात्री।
तेरी दया बिन रिद्धि सिद्धि ना हो पाती,
सुख समृद्धि देती तेरी दया दाती।
ॐ जय सिद्धिदात्री।
दुःख दारिद्र विनाशनी दोष सभी हरना,
दुर्गुणों को संघारके पावन माँ करना।
ॐ जय सिद्धिदात्री।
नवदुर्गों में मैया नवम तेरा स्थान,
नौवे नवरात्रे को करें तेरा सब ध्यान।
ॐ जय सिद्धिदात्री।
तुम ही जग की माता तुम ही हो भरता,
भक्तन की दुःख हरता सुख सम्पत्ति करता।
ॐ जय सिद्धिदात्री।
अगर कपूर की ज्योति आरती हम गायें,
छोड़ के तेरा द्वारा और कहाँ जायें।
ॐ जय सिद्धिदात्री।
सिद्धिदात्री हे माता सब दुर्गुण हरना,
अपना जान के मैया हमपे कृपा करना।
ॐ जय सिद्धिदात्री।
जय सिद्धिदात्री ॐ जय सिद्धिदात्री,
सर्व सुखों की जननी रिद्धि सिद्धिदात्री।
ॐ जय सिद्धिदात्री।
यह भी देखें, नवरात्री के नौ दिन माता की आरती।
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