माँ शैलपुत्री मंत्र और आरती Lyrics in हिंदी with mp3
नवरात्री के पहले दिन माँ दुर्गा के स्वरुप माँ शैलपुत्री की पूजा की जाती है। इनके दाएं हाथ में त्रिशूल और बाएं हाथ में कमल का फूल होता है। माँ शैलपुत्री अपने वाहन वृषभ पे विराजमान हैं इसलिए इन्हें वृषारूढ़ा भी कहा जाता है और इनसे हमें आरोग्य का आशीर्वाद मिलता है।
माँ शैलपुत्री मंत्र -
वन्दे वाञ्छितलाभाय चंद्रार्धकृतशेखराम, वृषारूढां शूलधरां शैलपुत्री यशस्विनी।
Play 👇 माँ शैलपुत्री मंत्र और आरती
माँ शैलपुत्री आरती lyrics
जय माँ शैलपुत्री प्रथम दक्ष की हो संतान,
नवरात्री के पहले दिन करें आपका ध्यान।
अग्निकुंड में जा कूदी पति का हुआ अपमान,
अगले जन्म में पा लिया शिव के पास स्थान।
राजा हिमावन से मिला पुत्री का सम्मान,
उमा नाम से पा लिया देवों का वरदान।
सजा है दाएं हाथ में सौहार्द त्रिशूल,
बाएं हाथ में ले लिया खिला कमल का फूल।
बैल है वाहन आपका जपती हो शिव नाम,
दर्शन से आनंद मिले अम्बे तुम्हे प्रणाम।
नवरात्रों की माँ कृपा कर दो माँ।
जय माँ शैलपुत्री, जय माँ शैलपुत्री, जय माँ शैलपुत्री, जय माँ शैलपुत्री।
शैलसुता है जगत कल्याणी जय माँ शैलपुत्री,
कठिन तप किया मात पिता ने तो जन्मी बनके पुत्री।
मात पिता का उद्धार हुआ जब जन्मी बनके पुत्री,
तू है माँ आदिशक्ति, हे माँ तू है आदिशक्ति।
यह भी देखें, नवरात्री के दूसरे दिन माँ ब्रह्मचारिणी की आरती।
0 Comments: